आकाश में बस अभी-अभी,
का उगा लाल-लाल सूरज।
चहल-पहल, भीड़ भाड़ में,
खुद को बचता-बचाता सा मैं।
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जिंदगी की रफ्तार से भागती सड़क,
मैं बेपरवाह, बेलगाम, बेजार, बेरोजगार
बेवजह बस! चले जा रहा था।
अचानक, हां एकदम अचानक ही !!
जब तुम मेरे सामने आ गई,
मुझसे टकराते-टकराते कुछ ही बची।
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मेरी भागती और दौड़ती जिंदगी,
जब एकदम अचानक ठहर सी गई।
वक्त के खजाने से मिले कुछ ही सेकंड,
मैं जब सब कुछ भूल सा गया,
आवारगी, अपनी बेचारगी, उदासी,
हां सबकुछ, शायद खुद को भी।
और तुम्हे ! बस तुम्हे देखता रह गया ।
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वक्त की घड़ी की तरह मेरा दिल💓 धड़का
टिक💓 टिक💓 टिक 💓टिक💓 टिक💓💚
अगले ही पल मैं सचेत कुछ सावधान।
छठवीं बार !!
दिल की धड़कनो को,
धड़कने से रोक सा लिया मैंने।
डर था लगातार 6 सेकंड देखने पर,
कहीं तुम मुझे स्टॉकर न समझ लो।
और सातवां सेकंड तो गजब का होता,
मैं तुम्हारा दीवाना जो बन गया होता।
💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚
मेरी पाक साफ पहली नजर तुम,
ये, हां तुम ! कही तुम रुसवा न हो जाती।
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बड़ी ही नाकाम सी मेरी कोशिश,
बावजूद नजरे हटाई थी मैने।
पर अब तक नहीं भूल पाया मैं,
अपनी जिंदगी के उन लम्हों को ।
5 सेकंड की तुम मेरी पहली मोहब्बत।
💓💚💓💚💓💚💓💚💓💓💚💓💚
इस साल भी जब आया है,
फरवरी 14 का वह दिन,
तुम बरबस ही याद आ गई हो,
और तुम्हारी ही तलाश में,
मैं फिर निकल पड़ा हूं।
शायद तुम कहीं मुझसे,
फिर से उसी तरह टकरा जाओ।
और मैं इस बार अपने अधूरे,
दो सेकंड को पूरा कर लूं।
और फिर !!!!
पुरजोर कोशिशों से कह सकू,
यू आर माय स्वीट वैलेंटाइन।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Shailendra S..
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ReplyDeleteWah wah , wah wah
ReplyDeleteAkt h banana padega sir
ReplyDeleteAct
Deleteतो बनाओ रोका किसने है पर एक्स थोड़ा सा लंबा होना चाहिए जिसमें पूरी कविता कहने के लिए समय हो
DeleteNice
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